मेरा गाँव

मेरे इस ब्लॉग की सबसे बड़ी मुख्य बात मेरे लिए ये है कि header में जो फोटो है मेरे**( गाँव)** की है .... यहाँ होते हुए भी अपने घर को हर रोज देखता हूँ ..........

Sunday, 18 July 2010

तुम मिले ....!!!

तुम मिले तो ये जाना .....
सारा जहाँ मिल गया ...........
ना सोचूं कुछ .......
पर ये मानु .....
की तुम मिले... सारा जहाँ मिल गया...............
इस बीरान जिंदगी में .......................
एक हंसी मिल गया ...........
धुन्ड़ता हूँ मैं .............
पूछता हूँ मैं............
हर किसी से .............
तेरा निसान ...............
जो मिल गया.....तू ना समझे ...........
ये मेरी बातें .........
पर कुछ यहाँ मिल गया.............
हें खामोश क्यों.......
ये लब्ज तेरे सुन दास्ताँ इस हाले दिल की ................
तेरा निशां मिल गया........
अब तू कहे ..........तू सोचता है.......
पर मैं कहूं सब कुछ यहाँ ....................
छोड़ो भी अब ............हो गया........जो हुआ ..............
तू मिल गया..........
तेरा निशां मिल गया....................

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